13-12-2018

13-12-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन ”मीठे बच्चे – तुम्हारा अव्यभिचारी प्यार एक बाप के साथ तब जुट सकता है जब बुद्धियोग देह सहित देह के सब सम्बन्धों से टूटा हुआ हो” प्रश्नः- तुम बच्चों की रेस कौन-सी है? उस रेस में आगे जाने का आधार क्या है? उत्तर:- तुम्हारी रेस है ”पास विद् आनर … Continue reading 13-12-2018